New श्री सन्मति | वीर | अतिवीर | वर्धमान | महावीर स्वामी आरती | Sanmati Mahaveer Swami Aarti
वर्तमान शासननायक देवाधिदेव श्री 1008 महावीर भगवान के पांच नाम ( वीर, अतिवीर, वर्धमान, महावीर,सन्मति ) में से एक प्रभु सन्मति जी आरती ( Sanmati Mahaveer Swami Aarti )
Sanmati Mahaveer Swami Aarti
जय सन्मति देवा, प्रभु जय सन्मति देवा।
वर्धमान महावीर वीर अति, जय संकट छेवा।। टेक।।
सिद्धारथ नृप नन्द दुलारे, त्रिशला के जाये।
कुण्डलपुर अवतार लिया, प्रभु सुर नर हर्षाये।। ॐ जय…
देव इंद्र जन्माभिषेक कर, उर प्रमोद भरिया।
रूप आपका लख नहि पायें, सहस आँख धरिया।। ॐ जय….
जल में भिन्न कमल ज्यों रहिये, घर में बाल यति।
राजपाट ऐश्वर्य छोड़ सब, ममता मोह हती।। ॐ जय……
बारह वर्ष छद्मावस्था में, आतम ध्यान किया।
घाति-कर्म चकचूर, चूर प्रभु केवलज्ञान लिया।। ॐ जय….
पावापुर के बीच सरोवर, आकर योग कसे।
होने अघातिया कर्म शत्रु सब, शिवपुर जाये बसे।। ॐ जय…
भूमण्डल के चांदनपुर में , मंदिर मध्य लसे।
शांत जिनेश्वर मूर्ति आपकी, दर्शन पाप नसें।। ॐ जय….
करुणासागर करुणा कीजें, आकर शरण गही।
दिन दयाला जगप्रतिपाला, आनन्द भरण तुही।। ॐ जय….
।। Sanmati Mahaveer Swami Aarti ।।
जैन आरती संग्रह :