जगद्गुरु श्री चारुकीर्ति भट्टारक स्वामी जी श्रवणबेलगोला समाधि ।
एक ऐसे व्यक्तित्व जिनकी जितनी तारीफ करो शब्द कम पड जाये ऐसे जैन समाज के महामना स्वस्ति श्री भट्टारक चारुकीर्ति स्वामी जी । जिन्होने श्रवण बेलगोला (गोमटेश बाहुबली भगवान) के महामस्तकाभिषेक को विश्व पटल पर जनमानस तक पहुचाकर जैन धर्म का यशस्वी यशगान किया ।
श्रवणबेलगोला के स्वस्ति श्री चारुकीर्ति भट्टारक स्वामीजी : वरिष्ठ प्रतिभा, महान संत, जैन समाज के मान सम्मान के प्रतीक, जैन धर्म के रक्षक, अद्भुत सांगठनिक सूझबूझ। सभी जैन मठों के मार्गदर्शक महान दूरदर्शी। वे धर्मशास्त्र के ज्ञाता थे। आज २३ मार्च 2023 को प्रातः काल 74 वर्ष की आयु में देवलोक गमन हुआ।
चारुकीर्ति भट्टारक पट्टाचार्य महास्वामी का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई : श्रीक्षेत्र श्रवणबेलगोला के परम श्रद्धेय जगद्गुरु कर्मयोगी स्वस्थश्री चारुकीर्ति भट्टारक महास्वामी का जैन परंपरा के अनुसार पूरे सरकारी सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
भावपूर्ण श्रद्धांजलि
सरल व्यक्तित्व के धनी , गोम्मटेश मठ के श्रेष्ठ भट्टारक , मृदु स्वभावी श्री चारुकीर्ति भट्ठारक जी का हमारे बीच न रहना जैन समाज को एक बहुत बड़ी छती है । उनके चरणों में विनयांजलि अर्पण ।