Wonderful Navkar Mantra Aarti | णमोकार महामंत्र की आरती

Navkar Mantra Aarti: नवकार कहो या  णमोकार महामंत्र। बंधुओं बात एक ही है।  क्यूंकि दोनों ही एकक दूसरे के समानार्थक है। इस मंत्र में जिन पञ्च पदों की आरती की गयी है। वे सचमुच में अनंतशक्तिशाली है। हम परम पद में स्थित उनको नमस्कार करते है।

Navkar Mantra Aarti | णमोकार महामंत्र की आरती

Wonderful Navkar Mantra Aarti | णमोकार महामंत्र की आरती

जय ‘अरिहंताण’, स्वामी जय अरिहंताण।
भाव-भक्ति से नित्य-प्रति, प्रणमूं ‘सिद्धाण’ ॥
ॐ जय अरिहंताण ||टेर॥

दर्शन-ज्ञान-अनन्ता, शक्ति के धारी | स्वामी।
यथाख्यात समकित है, कर्म-शत्रु हारी || ॐ ||1||

हे सर्वज्ञ !सर्वदर्शी ! बल, सुख अनन्त पाये ।स्वामी।
अगुरुलघु अमूरत, अव्यय कहलाये ।।ॐ।।2।।

‘नमो आयरियाण’, छत्तीस गुण पालक ।स्वामी।
जैनधर्म के नेता, संघ के संचालक || ॐ।।3।।

‘नमो उवज्झायाणं’ चरण-करण ज्ञाता | स्वामी ।
अंग-उपांग पढ़ाते, ज्ञान-दान दाता ।। ॐ|4||

‘नमो लोए सव्व साहूणं ‘ ममता मद हारी | स्वामी ।
सत्य-अहिंसा-अस्तेय, ब्रह्मचर्य धारी ।। ॐ ।।5।।

‘चौथमल कहे शुद्ध मन, जो नर ध्यान धरे । स्वामी ।
पावन पंच परमेष्ठी, मंगलाचार करे॥ॐ।।6।।


जैन आरती संग्रह : 

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now